हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में मंत्री पद के चेहरे कौन-कौन होंगे,इस पर वीरवार को दिल्ली में फिर मंथन हुआ।इसके तहत मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष अपनी संभावित कैबिनेट पर विस्तार से चर्चा की।सूत्रों के अनुसार देर रात तक चली बैठक के बाद पहले चरण में 7 से 8 मंत्री बनाए जाने पर सहमति बन गई है,जबकि 2 से 3 मंत्री बाद में बनाए जाएंगे।माना जा रहा है कि यदि अब कोई पेंच न फंसा तो 7 जनवरी को शिमला में मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है।हालांकि इस संबंध में अभी सरकार की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है लेकिन जिस तरह से वीरवार को एकाएक मुख्यमंत्री धर्मशाला से दिल्ली रवाना हुए,उससे संभावना यही जताई जा रही है कि 7 को मंत्रिमंडल का गठन हो जाएगा। इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि 8 जनवरी से राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर प्रदेश से बाहर जा रहे हैं और उनका 12 जनवरी के बाद वापस लौटने का कार्यक्रम है।ऐसे में यदि 7 जनवरी को मंत्रिमंडल का गठन नहीं होता है तो पूरा मामला आगे खिसक जाएगा।राज्यपाल का पहले 7 जनवरी को प्रदेश से बाहर जाने का कार्यक्रम था लेकिन अब वे एक दिन बाद जाएंगे।इसे देखते हुए यही संभावना है कि शनिवार को मंत्रिमंडल गठन हो जाएगा।
सूत्रों की मानें तो जिला कांगड़ा से चंद्र कुमार व सुधीर शर्मा,जिला सोलन से कर्नल धनीराम शांडिल,जिला कुल्लू से सुंदर ठाकुर,जिला सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान,जिला किन्नौर से जगत सिंह नेगी,जिला बिलासपुर से राजेश धर्माणी और जिला शिमला से रोहित ठाकुर व विक्रमादित्य सिंह मंत्री की रेस में सबसे आगे हैं। इसी तरह जिला मंडी से चंद्रशेखर को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है।
ये भी हैं दौड़ में शामिल
कांगड़ा से आशीष बुटेल,भवानी सिंह पठानिया,रघुबीर सिंह बाली व संजय रत्न,जिला सिरमौर से विनय कुमार,जिला हमीरपुर से इंद्रदत्त लखनपाल व राजेेंद्र राणा,जिला शिमला से अनिरु द्ध सिंह,कुलदीप सिंह राठौर व मोहन लाल ब्राक्टा और लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर के साथ ही कुछ अन्य विधायकों के नाम भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं।
