
शिमला शहर में एक अलग पहचान रखने वाले शिक्षाविद्,सेवानिवृत प्रधानाचार्य और समाजसेवी प्रो.आर.के. गुप्ता नहीं रहे,91 वर्ष की आयु में देर रात पौने दो बजे उन्होंने अपने निवास स्थान इंजनघर संजौली में अंतिम सांस ली,हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति ने प्रो.गुप्ता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की है,समिति के राज्य सचिव सत्यवान पुण्डीर ने कहा कि प्रो.आर.के.गुप्ता के निधन से समिति को गहरा धक्का लगा है।उन्होंने कहा कि प्रो.गुप्ता हमेशा सामाजिक सरोकार के मुद्दों के प्रति सजग रहते थे और समिति को उनका मार्गदर्शन मिलता रहता था।सत्यवान ने कहा कि यह एक संयोग है कि हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति में वरिष्ठ नागरिक मंच (वनम) के संस्थापक प्रो.गुप्ता ने वरिष्ठ नागरिक दिवस पर ही दुनिया से अलविदा ली।

इंजनघर वार्ड की समस्याएं हों या फिर शिमला शहर में विभिन्न नीतिगत हस्तक्षेप का सवाल हो,प्रो.गुप्ता हमेशा जनता के पक्ष में अपनी बेबाक राय रखते थे,अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद भी प्रो.आर.के.गुप्ता समिति द्वारा शुरू किए गए जन स्वास्थ्य केन्द्र के शुभारम्भ के मौके पर गत 7 अप्रैल को संजौली स्थिति समिति के कार्यालय में पहुंचे और समिति को अपना शुभ संदेश दिया,समिति के लिए प्रो.गुप्ता का जाना अपूर्णीय क्षति है।इस दुःखद समय में समिति ने वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर जन स्वास्थ्य केंद्र संजोली में शोक सभा के आयोजन के साथ वरिष्ठ नागरिकों सहित 21 सदस्यों के स्वास्थ्य की भी जाँच की जिसमें ब्लड प्रेशर एवं शुगर की जाँच की।

इसमें समिति के संस्थापक अध्यक्ष डॉ.कुलदीप सिंह तँवर,वर्तमान राज्याध्यक्ष डॉ.ओम प्रकाश भूरेटा,जिलाध्यक्ष जीयानन्द शर्मा समिति के अन्य पदाधिकारी नवीन शर्मा,सुरेश पुण्डीर,सीमा चौहान,होशियार सिंह,कपिल शर्मा,डॉ.रीना सिंह,भूमित ठाकुर, एच.पी.एम.आर.ए से चमन,सेवानिवृत बी.एस.कटैक,रामेश्वर शर्मा,पी एल नेगी सुमित्रा चंदेल शामिल हुए।


एक शिक्षविद का जाना दुःखद