
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के तपोवन में चल रहे शीत सत्र के तीसरे दिन परिसर में तनावपूर्ण माहौल बन गया।भाजपा और कांग्रेस विधायक दल में टकराव जैसी स्थिति पैदा हो गई।सदन की बैठक शुरू होने से पहले परिसर की सीढि़यों पर भाजपा के विधायक हाथ में पोस्टर लेकर विरोध-प्रदर्शन करने लगे तो कांग्रेस के विधायक भी यहां पहुंच गए।उनके हाथ में भी पोस्टर थे।दोनों विधायक दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ खूब नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किए।भाजपा ने कर्मचारियों को वित्तीय लाभ नहीं देने के मुद्दे पर सरकार पर कड़े प्रहार किए तो कांग्रेस ने विपक्ष को केंद्र से आपदा राहत पैकेज और अन्य मदद नहीं मिलने का मुद्दा उठाते हुए घेरा।विधानसभा सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गए।विधानसभा परिसर के गेट नंबर एक की सीढि़यों पर भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया।भाजपा विधायक प्रदेश सरकार पर कर्मचारी विरोधी नीतियों का आरोप लगा रहे थे,वहीं कांग्रेस के विधायक केंद्र सरकार से आपदा राहत पैकेज न मिलने पर प्रदर्शन करते रहे।यह प्रदर्शन करीब 10 से 15 मिनट तक चला।

न तो समय पर वेतन मिल रहा,न ही पेंशन और भत्त:जयराम ठाकुर/नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कर्मचारी परेशान हैं।उन्हें न तो समय पर वेतन मिल पा रहा है और न ही पेंशन और भत्ते।एक तरफ हिमाचल में ऋण की सीमा एक लाख 10 हजार करोड़ रुपये पहुंच गई है।बावजूद इसके प्रदेश में सारे विकास कार्य रुके पड़े हैं।पूर्व कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है और उनके मेडिकल बिलों का भुगतान तक नहीं हो रहा है।आज प्रदेशभर में कर्मचारी धरने पर उतरे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं,क्योंकि उन्हें उनके हक नहीं मिल पा रहे हैं।

घोषणा हुए बीत गया लंबा अरसा,नहीं मिला पैकेज:नेगी/राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा राहत कोष देने की घोषणा किए लंबा समय बीत गया है,लेकिन अभी तक यह राशि प्राप्त नहीं हुई है।प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि केंद्र से 5,000 करोड रुपये राहत पैकेज के रूप में आया है,उसका श्वेत पत्र जारी करने की कांग्रेस मांग कर रही है।इसी के चलते कांग्रेस विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया है।पूर्व कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ओपीएस को बंद करने की बात विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर कर रहे हैं। कांग्रेस ने ओपीएस लागू कर कर्मचारियों को राहत प्रदान की है तो स्पष्ट है कि वह कर्मचारी हितैषी है।
