
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने युवा कांग्रेस की तरफ से राजभवन का घेराव करने और प्रधानमंत्री का पुतला जलाने पर कार्रवाई करने की मांग की है।उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार चुनाव में हार से बौखलाई कांग्रेस पार्टी ने राजभवन का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि राजभवन के सामने प्रदर्शन करने पर क्या कार्रवाई की गई है?जयराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में कहा कि इतनी सुरक्षित जगह पर बिना अनुमति कैसे प्रदर्शन किया जा सकता है।

राजभवन जैसी संवेदनशील जगहों पर आगजनी करने और प्रधानमंत्री का पुतला जलाना कैसा व्यवस्था परिवर्तन है?उन्हाेंने जानना चाहा कि क्या सरकार और मुख्यमंत्री ऐसा करके राज्यपाल को डराने की कोशिश कर रहे हैं?जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार को अपनी मर्यादा में रहकर काम करना चाहिए।उन्होंने आरोप लगाया कि बीते एक सप्ताह के घटनाक्रम से प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के हालात सामने आ गए हैं।राजभवन के सामने हुआ विरोध प्रदर्शन भी उसी का परिणाम है।उन्होंने कहा कि ऐसे समय में प्रदेश की सीआईडी क्या कर रही थी?क्या सीआईडी का काम विपक्ष के नेताओं की जासूसी करना रह गया है।नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस सारे मामले को लेकर डीजीपी से बात की।उन्होंने इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की।उन्होंने कहा कि राजभवन की अपनी एक गरिमा होती है,जिसे बनाकर रखा जाना चाहिए।

श्रम संहिता को लागू करना प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच:जयराम ठाकुर ने देश में चारों श्रम संहिताओं काे लागू करने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच का परिणाम बताया।उन्होंने कहा कि यह कदम सत्यमेव जयते की भावना को सशक्त बनाता है।उन्होंने कहा कि वेतन संहिता,औद्योगिक संबंध संहिता,सामाजिक सुरक्षा संहिता और व्यावसायिक सुरक्षा संहिता के अमल से श्रमिक वर्ग को एकीकृत अधिकार मिलेंगे और उद्योगों के लिए संचालन प्रक्रिया सरल होगी।
