
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत अब गुणवत्ता को विकल्प नहीं,बल्कि आवश्यकता के रूप में स्वीकार कर चुका है।उन्होंने कहा कि प्रमाणित,चिह्नित और सुरक्षित उत्पादों की मांग करना हर उपभोक्ता का अधिकार है और जब उपभोक्ता गुणवत्ता पर ज़ोर देता है,तो बाज़ार उत्कृष्टता के साथ प्रतिक्रिया देता है।अनुराग ठाकुर मंगलवार को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा बद्दी में विश्व मानक दिवस-2025 के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे।इस दौरान उन्होंने भारत की गुणवत्ता पारिस्थितिकी को मज़बूत करने और ‘मेक इन इंडिया’ के विजऩ को साकार करने के लिए ‘मानक उत्कृष्टता हेतु पांच सूत्री एजेंडा’प्रस्तुत किया।

अनुराग ठाकुर ने मानक उत्कृष्टता के लिए पांच सूत्री एजेंडा प्रस्तुत करते हुए कहा कि पहला बिंदु है एमएसएमई और स्टार्टअप्स तक मानकों की पहुंच को गहरा करना।दूसरा बिंदु मानकों को स्थिरता से जोडऩा,जिसके तहत उन्होंने जीवनचक्र मूल्यांकन,पुनर्चक्रण क्षमता और ऊर्जा दक्षता जैसे तत्वों को मानकों में शामिल करने की बात कही।तीसरा बिंदु इंजीनियरिंग और प्रबंधन शिक्षा में मानक साक्षरता को बढ़ावा देना है।चौथा बिंदु तेज़, डिजिटल और पारदर्शी प्रमाणन प्रक्रियाओं को प्रोत्साहन और अंतरराष्ट्रीय समन्वय को प्रोत्साहित करना है।हमीरपुर के सांसद और हिमाचल ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर के दून और नालागढ़ विधानसभा क्षेत्रों के दौरे ने मंगलवार को प्रदेश की सियासत में हलचल मचा दी।जैसे ही अनुराग ठाकुर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे,समर्थकों ने हिमाचल का मुख्यमंत्री कैसा हो,भाई अनुराग ठाकुर जैसा हो’के नारे लगाने शुरू कर दिए।हमीरपुर संसदीय क्षेत्र कल्याण सभा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में दून और नालागढ़ के अलावा जिला सोलन के कई इलाकों से कार्यकर्ता और युवा पहुंचे थे।