
हिमाचल प्रदेश में भाजपा के टिकट तय करने के लिए 33 सीटों पर पेच फंस गया है।प्रदेश चुनाव समिति की नई दिल्ली में हुई बैठक में 35 सीटों पर जिताऊ प्रत्याशियों के अकेले-अकेले नामों के पैनल बनाकर संसदीय बोर्ड को भेजे गए हैं। चारों संसदीय सीटों में यही हाल हैं। कांगड़ा, शिमला, मंडी जैसे बड़े जिलों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।प्रदेश में 68 विधानसभा सीटों में से 35 सीटों पर भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति ने जिनके नाम भेजे हैं,उनमें ज्यादातर सिटिंग विधायक हैं।मौजूदा समय में प्रदेश में भाजपा के 43 विधायक हैं।दो कांग्रेस और दो निर्दलीय विधायक भाजपा के साथ है।ऐसे में इन चार विधायकों के क्षेत्रों देहरा,जोगिंद्रनगर,कांगड़ा और नालागढ़ में पेच फंसा है।यहां सिटिंग विधायकों या भाजपा के पूर्व प्रत्याशियों या अन्य उम्मीदवारों में से किसे तय करें,इस पर खूब माथापच्ची हो रही है।दो मंत्रियों और 12 भाजपा विधायकों के यहां एंटीइनकंबैंसी फैक्टर होेने से यहां से भी संसदीय बोर्ड को दो से तीन नाम भेजे गए हैं।

भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सोमवार को नई दिल्ली में एक मैराथन बैठक हुई।इसमें चर्चा के बाद प्रदेश में 68 में से 35 सीटों पर एक-एक और बाकी 33 सीटों पर दो से तीन नामों की सूची बनाकर संसदीय बोर्ड को भेजी गई है।
