विधानसभा चुनाव से पहले एनपीएस कर्मचारी महासंघ ने सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए आंदोलन तेज कर दिया है,राजधानी शिमला, मंडी,धर्मशाला और हमीरपुर में जारी क्रमिक अनशन के बाद अब महासंघ ने 15 सितम्बर से वोट फॉर ओपीएस अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। शिमला में जारी क्रमिक अनशन के दौरान महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि पुरानी पैंशन बहाली की मांग को विभिन्न माध्यमों से सरकार के समक्ष उठाया जा रहा है,ऐसे में अब फैसला भी सरकार को ही लेना है। चुनाव के लिए डेढ़ से 2 माह का समय रह गया है। लोकतंत्र में सरकार पांच साल को चुनी जाती है,ऐसे में निर्णय भी इस अवधि में लिया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि यदि सरकार गंभीर है तो 15 सितम्बर से पहले पुरानी पैंशन बहाल करे अन्यथा वोट फॉर ओपीएस अभियान के माध्यम से आमजन के बीच आवाज बुलंद की जाएगी। सभी को बताया जाएगा कि एनपीएस में क्या-क्या खामियां हैं। कर्मचारियों व सरकार को कितना नुक्सान हो रहा है। उन्होंने कहा कि यदि वर्तमान सरकार ओपीएस बहाल करती है तो कर्मचारी भाजपा के पक्ष में भी वोट कर सकते हैं,अगर समय रहते सरकार ने फैसला नहीं लिया तो सरकार को चुनाव में इसका नतीज़ा भुगतना पड़ेगा।
