हाई पावर कमेटी की गत दिनों हुई दो बैठकों में पांच कंट्रोल्ड एटमॉसफेयर स्टोर कंपनियों के प्रतिनिधियों के न आने पर कृषि उत्पाद मंडी समिति ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।इसके अलावा दो कंपनियों को लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी जारी की गई,क्योंकि उनके सीए स्टोर क्रियाशील नहीं हैं। यह जानकारी एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने शिमला में पत्रकार वार्ता में दी।नरेश शर्मा ने कहा कि इन कंपनियों को दो टूक कहा गया है कि वे सेब के रंग और भार के बारे में सरकार की ओर से वर्ष 2018 में जारी अधिसूचना का पालन करें। मैसर्ज अनुभूति एप्पल्स सैंज ठियोग और मैसर्ज एबी रेफर कोटला बलयाणा बरोटीवाला क्रियाशील नहीं हैं,जिन्हें नोटिस भेजकर उनके लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी गई है।मैसर्ज हिमफ्रेश प्रोड्यूस प्राइवेट लिमिटेड बगोड़ी गुम्मा, मैसर्ज एरोमैट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड पतलीकूहल कुल्लू, मैसर्ज ट्रैल ब्लेजर फ्रू ट कंपनी हुरला कुल्लू, मैसर्ज एआर ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड बद्दी और मैसर्ज आरकेएस फ्यूचर फूड्स एंड कोल्ड चेन प्राइवेट लिमिटेड बरोटीवाला सोलन को हाई पावर कमेटी की गत दिनों हुई दो बैठकों में नहीं आने पर, कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
नरेश शर्मा ने कहा कि कमेटी की बागवानों और कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई है। इसमें कई फैसले लिए गए हैं। जैसे सेब खरीदने वाली कंपनियों को सेब के रंग और भार पर सरकार की ओर से 2018 में जारी अधिसूचना का पालन करना होगा। सीए स्टोर संचालक और बागवान दस दिन में कमेटी को अपने सुझाव देंगे। बागवान संगठनों के प्रतिनिधि अपनी आपत्तियां भी दर्ज करवा पाएंगे। सभी पक्षों से आए सुझावों का अध्ययन किया जाएगा। शर्मा ने कहा कि कमेटी की बैठक में राज्य सरकार ने ठोस निर्णय लिए हैं, जिससे बागवानों को बड़ा लाभ होगा। कमेटी की अगली बैठक 14 सितंबर को होगी और फिर कमेटी अपनी अंतिम रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजेगी।

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