
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि चौदहवीं विधानसभा का दशम सत्र अपेक्षा अनुरूप पूर्ण सफलता के साथ संपन्न हुआ है।यह सत्र 26 नवंबर से पांच दिसंबर तक चला।इस सत्र में कुल आठ बैठकों का आयोजन किया गया,जिसकी कार्यवाही लगभग 34 घंटे तक चली।इस तरह सत्र की उत्पादकता 85 प्रतिशत रही।यह धर्मशाला में वर्ष 2005 से लेकर अब तक आयोजित किए जाने वाले सत्रों में सबसे लंबा सत्र था।सत्र के पहले दिन पूर्व विधायक स्व.डा.बाबूराम गौतम के प्रति शोकोद्गार प्रकट कर समूचे सदन द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई।इस सत्र के दौरान कुल 494 (376 तारांकित तथा 118 अतारांकित) प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए।श्री पठानिया ने कहा कि सत्र में नियम 61 के तहत दो,नियम 62 के तहत 10,नियम 67 के तहत एक,नियम 101 के तहत दो तथा नियम 130 के तहत एक विषय चर्चा की गई तथा विधानसभा सदस्यों ने बहुमूल्य सुझाव दिए।सत्र में 28 नवंबर तथा पांच दिसंबर,2025 को दो दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित थे।उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त छह सरकारी विधेयकों को सभा में पुनस्र्थापित एवं चर्चा उपरांत पारित किया गया।सदन में समितियों के छह प्रतिवेदन उपस्थापित किए गए।

श्री पठानिया ने कहा कि पिछले सत्र में 12 बैठकों का आयोजन किया गया था,जिसकी कार्यवाही लगभग 59 घंटे चली थी व उसकी उत्पादकता 98 प्रतिशत रही थी तथा उस सत्र में 690 सूचनाएं माननीय सदस्यों से प्रश्नों के माध्यम से प्राप्त हुई थी।विधानसभा अध्यक्ष ने सहयोग के लिए पक्ष तथा विपक्ष के सदस्यों का धन्यवाद किया।श्री पठानिया ने विधान सभा सचिव,जिला प्रशासन के अधिकारियों/कर्मचारियों,राज्य सरकार के अधिकारियों/कर्मचारियों तथा विधान सभा सचिवालय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

उन्होंने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के कर्मचारियों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने आतिथ्य सत्कार में कोई कमी नहीं रखी।उन्होने सभी पत्रकारों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने विधान सभा की कार्यवाही को प्रदेश के जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।श्री पठानिया ने सभी को आगामी क्रिसमस एवं नव वर्ष की अग्रिम बधाई व शुभकामनाएं भी दी।
