नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मनमर्जी के आगे मुख्यमंत्री बेबस हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मनमर्जी के आगे मुख्यमंत्री कुछ कर नहीं पा रहे हैं।जयराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ स्थायी नौकरी नहीं दे रही है,वहीं आऊटसोर्स भर्ती प्रक्रिया में लापरवाही बरती जा रही है।उन्होंने आरोप लगाया कि आऊटसोर्स भर्ती प्रक्रिया को लेकर ऐसा इसलिए किया जा रहा है,ताकि बिजली मित्र,पशु मित्र और रोगी मित्र जैसे संभावित पदों की भर्तियों में घोटाला किया जा सके।उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कभी फिनाइल बेचने वाली कंपनियों को नर्सों को भर्ती का जिम्मा सौंपती है,तो कभी कोई दूसरा ही कारनामा कर देती है।उन्होंने आरोप लगाया कि आए दिन कोई न कोई नेता या मंत्री अधिकारियों को धमकाता और नसीहत देता फिर रहा है।उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के विधायकों की तो दूर सत्ता पक्ष के विधायकों के भी सुनवाई नहीं हो रही है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब तक स्थायी मुख्य सचिव और डी.जी.पी. की नियुक्ति तक नहीं कर पा रहे हैं।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हर दिन बड़े मंच से हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की बात करते हैं,लेकिन प्रदेश पर लगातार कर्ज का बोझ डाला जा रहा है।प्रदेश में उद्योगों के विकास और राजस्व अर्जन की कोई भी योजना सरकार की तरफ से नहीं चलाई जा रही है।

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