
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार सदन से लेकर सडक़ तक हर दिन केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री को कोसती रहती है।हिमाचल को पैसे न देने का आरोप लगाती है,जबकि यही सरकार हर साल हजारों करोड़ रुपए इस्तेमाल न कर पाने के कारण केंद्र सरकार को वापस भेजती है।उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल सरकार केंद्र से आए 500 करोड़ तक खर्च नहीं पाई है।केंद्र से आया पैसा लैप्स हो रहा है।नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को केंद्र ने एडवांस में ही 843 करोड़ रुपए जारी किए हैं,लेकिन राज्य सरकार केंद्र से आए पैसे का भी प्रयोग नहीं कर पा रही है।केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश को जनहित की योजनाओं के लिए पैसा देता है,लेकिन वह पैसा बिना इस्तेमाल हुए ही केंद्र सरकार को वापस भेज दिया जाता है।उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाले लोगों के लिए यह बात सही नहीं है।जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा दिया गया पैसा सुक्खू सरकार खर्च नहीं कर पा रही है,इसलिए वापस कर रही है।इस सरकार का फोकस विकास की बजाय केंद्र सरकार पर आरोप लगाना है।इस बार जब हिमाचल प्रदेश के दौरे पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमाचल आए तो 123 करोड़ रुपए मातृ शिशु सुरक्षा योजना के लिए दिया।साथ ही नड्डा जी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि केंद्र द्वारा प्रदेशवासियों के भले के लिए भेजा गया पैसा भी खर्च किया करें।जयराम बोले कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं के लिए 954 करोड़ रुपए की धनराशि हिमाचल सरकार को दी गई थी,लेकिन दुर्भाग्य से सुक्खू सरकार यह धन राशि आधी भी नहीं खर्च पाई।वर्ष 2025-26 के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग को 1050 करोड़ रुपए से अधिक की स्वीकृति दी गई है,अब तक की सरकार की नीतियों से यह स्पष्ट है कि इस बार का बजट भी सरकार खर्च नहीं कर पाएगी।देश का स्वास्थ्य मंत्री खुद जाकर हिमाचल में कह रहा है कि केंद्र द्वारा दिया गया पैसा हिमाचल के हित में लगाइए,लेकिन प्रदेश सरकार फिर इस पैसे को जनहित में नहीं लगा पा रही है।
