
(संजीव ठाकुर):हिमाचल प्रदेश इस समय भीषण प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है।भूस्खलन,बाढ़ और सड़कों के बाधित होने जैसी परिस्थितियों में जहां आमजन संकट में हैं,वहीं हिमाचल पुलिस अपनी विशेष पहल “ऑपरेशन हौसला” के तहत लोगों के लिए उम्मीद और सहारा बन गई है,दिन-रात लगातार काम कर रही पुलिस टीमें फंसे हुए नागरिकों तक न केवल मदद पहुंचा रही हैं,बल्कि उन्हें सुरक्षित मार्ग,सड़क और मौसम की चेतावनियों की समय पर जानकारी भी उपलब्ध करवा रही हैं।किसी भी प्रकार की आपातकालीन सहायता के लिए 112 हेल्पलाइन चौबीसों घंटे सक्रिय है,और हर कॉल को गंभीरता से सुनकर त्वरित मदद दी जा रही है,कई जगह पुलिस अधिकारी खुद फ्रंटलाइन रेस्क्यूअर बनकर राहत कार्यों में जुटे हैं।उन्होंने अपने हाथों से पत्थर और मलबा हटाकर मार्ग बहाल किए,वहीं फंसे हुए परिवारों को भोजन,पानी,चार्जर,पावर बैंक और मानसिक सहारा भी प्रदान किया।यही वजह है कि वरिष्ठ अधिकारियों ने इन कर्मियों को “हौसला हीरो” की संज्ञा दी है।हालांकि,आपदा के बीच हिमाचल के कुछ लोग यह आरोप भी लगा रहे हैं कि उन्हें मदद नहीं मिल रही है।लेकिन सच्चाई यह है कि हिमाचल के छोटे से बड़े स्तर तक हर अधिकारी ग्राउंड जीरो पर डटे हुए हैं और हर संभव सहायता देने में जुटे हुए हैं।

ऐसे में हिमाचल पुलिस और प्रशासन के हौसले की सराहना करना बेहद जरूरी है,ऑपरेशन हौसला में पुलिस के साथ,लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग,जल शक्ति विभाग,होम गार्ड्स और अनेक नागरिकों ने भी मिलकर बचाव,राहत और पुनर्वास कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।यह अभियान केवल बचाव तक सीमित नहीं है,बल्कि लोगों में आशा और आत्मविश्वास जगाने का प्रतीक भी बन चुका है।कठिन हालातों में हिमाचल पुलिस ने एक बार फिर यह साबित किया है कि संकट की घड़ी में साहस और मानवता ही सबसे बड़ी ताकत होती है।
