ब्यास ने मनाली से कुल्लू तक मचाई तबाही,4 घर,दो रेस्तरां,3 दुकानें,10 खोखे और 2 वाहन बहे।

मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी कई इलाकों में भारी बारिश हुई।कुल्लू,मंडी और किन्नौर के कई क्षेत्रों में मौसम ने कहर बरपाया।मूसलाधार बारिश से रौद्र रूप में आई ब्यास नदी ने मनाली से लेकर कुल्लू व मंडी तक तबाही मचाई।बारिश-भूस्खलन से तीन नेशनल हाईवे समेत 677 सड़कें बंद,जबकि 1413 ट्रांसफार्मर और 420 पेयजल परियोजनाएं ठप हो गई हैं।भारी बारिश से उफनी ब्यास नदी मंगलवार को मनाली के बांहग में दो रेस्तरां,तीन दुकानें,एक घर और तीन खोखे बहा ले गई। एक कार,ट्रक और पिकअप भी नदी में समा गई।

रामशिला के पास तीन मकान,जबकि ओल्ड मनाली में सात खोखे बह गए।मनाली में क्लब हाउस को भी नुकसान पहुंचा है।ओल्ड मनाली में मनालसू नाला पर बना पुल ध्वस्त हो गया है।सेऊबाग में पैदल पुल भी बह गया है।समाहन में सड़क धंसने से मनाली-लेह मार्ग भी बंद है।कुल्लू-मनाली हाईवे का रायसन,बिंदू ढांक,मनाली के आलू ग्राउंड और 17 मील के पास करीब 700 मीटर हिस्सा बह गया है।रायसन के पास शिरढ़ रिजॉर्ट को खतरा हो गया है।

बढ़ीधार में एक दो मंजिला मकान ढह गया है।पतलीकूहल में नग्गर को जोड़ने वाले पुल के लिए बनी सड़क बह गई।अखाड़ा बाजार पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है।मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग 24 घंटे से बाधित है।ब्यास नदी उफान पर होने से दवाड़ा में एक फुटब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया,जबकि नदी का पानी नेशनल हाईवे तक पहुंच गया।जल स्तर बढ़ने पर पंडोह डैम से 1.27 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।इससे मंडी शहर के पंचवक्त्र मंदिर परिसर तक ब्यास का पानी पहुंचने के साथ झीड़ी नेचर पार्क पूरी तरह जलमग्न हो गया।

इसी बीच मंडी-पठानकोट मार्ग लवांडी पुल के समीप 29 घंटे बाद बहाल कर दिया गया है।उधर, किन्नौर में पानवी खड्ड में आई बाढ़ के मलबे से करीब तीन घंटे तक सतलुज का प्रवाह थम गया।बाढ़ से दो परियोजनाओं की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।पानवी गांव के लिए बना पैदल पुल बह गया है।

नाथपा में पहाड़ी से चट्टानें दरकने के कारण एनएच पांच अवरुद्ध हो गया है।खराब मौसम के चलते मंगलवार को कांगड़ा की चारों उड़ानें रद्द हो गईं।जिले में 11 कच्चे मकान जमींदोज हो गए,जबकि 44 अन्य घरों,52 गोशालाओं को क्षति पहुंची है।ऊना में बारिश से 15 लोकल रूट बंद हो गए हैं।हमीरपुर जिले में भी मंगलवार सुबह बारिश हुई।बिलासपुर में लगातार तीसरे दिन बारिश से 30 पशुशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं और एक मकान ढह गया।सिरमौर में मूसलाधार बारिश से कई सड़कें बंद हो गई हैं।कांगड़ा की बेली महनता पंचायत (ढांगू) में चक्की दरिया पर पठानकोट-जालंधर और दूसरे राज्यों को जोड़ने वाले रेलवे पुल पर ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।पुल के नीचे हो रहे भूमि कटाव के चलते रेलवे प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। इससे दिल्ली-जम्मू-श्रीनगर रेल मार्ग को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।उधर,स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 28 अगस्त से शुरू होने वाली डीएलएड के दूसरे चरण की काउंसलिंग स्थगित कर दी है।प्रदेश में खराब मौसम और टूटी सड़कों के कारण यह फैसला लिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *