सरकारी नौकरियों का वादा कर मुकरना युवाओं के साथ अन्याय – डॉ. बिंदल का आरोप
शिमला। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू पर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ “ब्रीच ऑफ ट्रस्ट” यानी विश्वासघात का गंभीर आरोप लगा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने चुनाव से पहले एक लाख सरकारी नौकरियों का जो वादा किया था, अब उससे साफ मुकर गए हैं। इससे प्रदेश के लाखों बेरोजगारों की भावनाओं को ठेस पहुँची है।
डॉ. बिंदल ने कहा कि हाल ही में एक मीडिया साक्षात्कार में मुख्यमंत्री ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि उन्होंने कभी सरकारी नौकरी देने की “गारंटी” नहीं दी। जबकि चुनावी जनसभाओं से लेकर दीवारों तक, कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के युवाओं से पक्की सरकारी नौकरी, पेंशनयुक्त रोजगार और पहली ही कैबिनेट में एक लाख नौकरियों की घोषणाएं की थीं।
डॉ. बिंदल ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, अल्का लांबा समेत कांग्रेस के तमाम नेताओं ने बार-बार पांच लाख रोजगार और एक लाख सरकारी नौकरी का वादा कर लोगों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “आज वही कांग्रेस सरकार युवाओं की भावनाओं का मज़ाक उड़ा रही है। यह न केवल धोखा है, बल्कि एक सामाजिक और नैतिक अपराध भी है।”
डॉ. बिंदल ने कहा, “जिन बेरोजगार युवाओं ने मुख्यमंत्री को सत्ता के मंच तक पहुँचाया, आज उन्हीं की छाती पर पैर रखकर उन्हें दुत्कारा जा रहा है। यह सत्ता में बने रहने का अधिकार कांग्रेस सरकार खो चुकी है।” उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता ने कांग्रेस सरकार से युवाओं से किए गए वादों को तुरंत पूरा करने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो राज्यभर में जोरदार जनआंदोलन छेड़ा जाएगा।
