
सदर विधानसभा में हुआ गोलीकांड बिलासपुर में सक्रिय गैंगवार का नतीजा है।भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने बिलासपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद कानून व्यवस्था चरमरा गई है और अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और इसकी जिम्मेदारी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को दी जानी चाहिए।जम्वाल ने गोलीकांड की कड़ी निंदा की।कहा कि इस प्रकरण में सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और उनको जल्द गिरफ्तार करना चाहिए। आरोप लगाया कि जब से प्रदेश में सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है,तब से कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई हैं।सरकार से सवाल किया कि बिलासपुर में सक्रिय माफिया को किसका संरक्षण है?अगर दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया,तो सोमवार को बिलासपुर बंद का आह्वान किया जाएगा।आरोप लगाया कि बिलासपुर जिले में चिट्टा,खनन,ठेकेदार,सुपारी और बजरी माफिया पूरी तरह सक्रिय हैं,लेकिन सरकार और प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।दो वर्ष में जिले में चार एसपी बदले जा चुके हैं,लेकिन हर बड़ी घटना के बाद सिर्फ तबादलों का खेल खेला जाता है।विधायक ने कहा कि कांग्रेस सरकार में हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि खुद सरकार के नेता ही सुरक्षित नहीं हैं।उन्होंने एसीसी प्लांट बरमाणा के प्रबंधक से बंदूक की नोक पर बदसलूकी,जिला कोर्ट परिसर के बाहर गोली चलने और रेलवे कार्यालय में दिनदहाड़े मारपीट की घटनाओं का भी जिक्र किया।आरोप लगाया कि उन्होंने विधानसभा में कई बार कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया,लेकिन मुख्यमंत्री मामले को दबाने की कोशिश करते रहे।कहा कि यदि सरकार अपराधियों पर लगाम नहीं लगा सकती,तो जनता सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगी।भाजपा ने इस पूरे मामले में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने चेतावनी दी कि अगर सरकार दोषियों पर कार्रवाई नहीं करती,तो भाजपा उग्र आंदोलन करेगी।

