रणधीर शर्मा शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव में शहर की जनता कांग्रेस पार्टी पर भरोसा करने वाली नहीं है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद पहली मंत्रिमंडल बैठक में पुरानी पैंशन को बहाल करने की घोषणा की थी,जिस पर अब तक अमल नहीं हो पाया है।इसके अलावा कर्मचारी व पैंशनरों को 11 फीसदी डीए की बजाए केवल 3 फीसदी डीए देने की घोषणा की है, जिसको लेकर अब तक अधिसूचना जारी नहीं हुई है।रणधीर शर्मा ने कहा कांग्रेस ने 18 से 60 वर्ष आयु वर्ग की सभी महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह पैंशन देने की बात कही थी,जिसमें पहले से सामाजिक सुरक्षा पैंशन लेने वाली 2.31 लाख महिलाओं की पैंशन में 350 रुपए से 500 रुपए की पैंशन की मामूली से बढ़ौतरी की गई है।इसी तरह 5 लाख बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का वायदा करने वाली कांग्रेस सरकार ने पहले से आऊटसोर्स पर सेवाएं देने वाले कर्मचारियों का रोजगार छीन लिया है।इसके अलावा प्रदेश के लोगों को 300 यूनिट फ्री बिजली देना तो दूर उलटा विद्युत दरों में बढ़ौतरी की गई है।रणधीर शर्मा ने कहा कि युवाओं के लिए स्टार्ट अप फंड की बजट में कोई घोषणा नहीं की गई है। बागवानों को फलों के उचित दाम निर्धारित करने के मामले से तो बागवानी मंत्री खुद पलट गए हैं। उन्होंने कहा कि 900 संस्थानों को डिनोटिफाई करने के बाद हिमाचल प्रदेश को 10 साल में आत्मनिर्भर बनाने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह 4 माह में ही 6 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुके हैं, जो सरकार के वित्तीय प्रबंधन की पोल को खोल रहा है। इतना ही नहीं, प्रदेश के विकास के लिए विधायकों को दी जाने वाली विधायक निधि तक को सरकार ने रोक दिया। इस अवसर पर प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा व सह मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा भी मौजूद थे।
