कहा सुक्खु व उनकी पत्नी को देहरा का हर व्यक्ति अब नजर आने लगा रिश्तेदार,प्रदेश पर थोप दी फाइनेंसियल इमरजेंसी।

देहरा से भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह ने कहा है कि सुक्खू सरकार की 10 गारंटियों को पूरा करने की कोई गारंटी नहीं है और 15 माह में हजारों करोड़ का कर्ज लेकर सुक्खू सरकार केवल सत्ता सुख भोगने में व्यस्त है।जनता समस्याओं से जूझ रही है।उन्होंने कहा कि आपदा के समय केंद्र सरकार ने सुक्खू सरकार को करोड़ों की धनराशि मुहैया करवाकर राज्य की जनता को आर्थिक सहायता प्रदान की थी,लेकिन सुक्खू सरकार ने केंद्र सरकार का धन्यवाद करने की बजाय आलोचना की।होशियार सिंह ने कहा कि सुक्खू सरकार जिस व्यवस्था परिवर्तन की बात करती आई है,उस व्यवस्था परिवर्तन में सुक्खू ने 1,000 सरकारी संस्थान को जो पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जनता की सुविधाओं के लिए खोले थे,उन्हे बंद कर दिया।उन्होंने कहा सुक्खू देहरा में कर कौन से विकास के वायदे व दावे कर रहे हैं।सुक्खू को आज देहरा इस लिए प्यारा लग रहा है क्योंकि उनकी पत्नी कमलेश ठाकुर यहां से चुनाव लड़ रही है।उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू की पत्नी की हार के बाद यहां की जनता खुद देखेगी सुक्खू कहां गायब हो गए।मुख्यमंत्री जो आज विकास के वायदे यहां की जनता से कर रहे हैं चुनाव हारने के बाद में यहां नजर तक नही आएंगे।होशियार सिहं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक से बढ़कर एक झूठ की गारंटियां देकर सत्ता प्राप्त की है और 15 माह का कार्यकाल बीत जाने पर भी हिमाचल की बहन-बेटियों को 1,500 रुपए नहीं मिल पाए हैं।सुक्खू सरकार ने न किसानों से गोबर खरीदा है और न ही किसानों का 100 रुपए किलो दूध बिका है।उन्होंने कहा सुक्खू सरकार का 15 माह का कार्यकाल काला अध्याय में लिखा जा चुका है।उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खु और उनकी पत्नी ऐसी घटिया राजनीति पर उतर आए हैं कि उन्हे चुनावी बेला में देहरा का हर व्यक्ति रिश्तेदार नजर आ रहा है।उन्होंने कहा कि देहरा से अगर उन्हे दो बार चुनाव जीता है तो यहां की जनता के अशीवार्द व उनके विश्वास के बल पर,तथा यह उनचुनाव भी देहरा की जनता उन्हे फिर से भारी मतों से जीताएगी।उन्होंने सीएम सुक्खू को नसीहत देते हुए कहा कि विकास करने से होता है ढिंढोरा पीटने व गुमराह करने से नही।सुक्खू देहरा की जनता को गुमराह नही कर सकते, क्योंकि देहरा की जनता जानती है जो 15 महीनों में देहरा को कुछ नही दे पाए तो कभी भी गिरने वाली सरकार अब क्या देगी।
