भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राजनीतिक नैतिकता में रहकर बयान बाजी करें।जनता द्वारा कांग्रेस को नकारना परिवारवाद से घिरना रजवाड़ाशाही मानसिकता कांग्रेस पर हावी होना,और इस सब का डिंढोरा भाजपा पर और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया पर फोड़ना कहां तक उचित है और यह कौन सी राजनीतिक नैतिकता का परिचय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति प्रदेश के अंदर दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है,एक बाद एक नेता कांग्रेस छोड़ कर जा रहे है।अपनी हार सामने देख कर भाजपा और मीडिया के कर्मियों के प्रति कांग्रेस की इस प्रकार की मानसिकता सच में दुखद है।उन्होंने कहा कि मुद्दों पर बातचीत करने के बजाय हाल ही में सोलन में हुई रैली में कांग्रेस नेतृत्व गांधाी परिवार की स्तुति में व्यस्त नज़र आया।अहंकार अहम और परिवार विशेष का महिमामंडन से यह पदर्शित होता है कि कांग्रेस एक परिवारवादी रजवाड़ाशाही राजनीतिक दल का प्रयाय बन चुका है।बलदेव तोमर ने कहा कि लोकतंत्र नीतियों और कार्यक्रमों के आधार पर जनता के मत को अपने पक्ष में करने की व्यवस्था है लेकिन इस बात का दुख है कि कांग्रेस का राजनीतिक स्तर इस स्तर पर गिर चुका है कि न तो उनके पास नीति है न नीयत है,न नियम बल्कि वो अनाप-शनाप बयान-बाजी करके लोकतांत्रिक मुल्यों के साथ-साथ राजनीतिक स्तर को गिरा रही है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार की नीतियों से पूरे प्रदेशे में बेहतरीन विकास हुआ है।ईमानदार और जनता को समर्पित नेतृत्व के कारण पूरे हिमाचल प्रदेश में भाजपा के प्रति जनता का विश्वास बड़ा है। मोदी-जयराम की ईमानदार जोड़ी ने प्रदेश के कोने-कोने को विकास की राह पर आगे बढ़ाया है।चाहे वह स्वास्थ्य का क्षेत्र हो,चाहे वह सामाजिक सुरक्षा पेंशन हो,चाहे वह हाटी समुदाय का मुद्दा हो,या फिर एम्स बिलासपुर का विषय हो, बल्क ड्रग पार्क की सौगात हो,ये वो सब विकास कार्य है जिनके कारण हिमाचल प्रदेश की जनता आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को पुनः सत्ता तक ले जाएगी।बलदेव तोमर ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाओं का अपमान परिवारवाद के बोझ के तले रजवाड़ाशाही से स्नेह जनता के मुद्दो से दुर रहना यह कांग्रेस का प्रयाय बन चुके है।भाजपा के प्रति प्रदेश की जनता का अपार जन समर्थन देख कर कांग्रेस बौखलाहट में है।और इस प्रकार की अनाप-शनाप बयान-बाजी करके कांग्रेस राजनीतिक माफिया के साथ-साथ लोकतांत्रिक संस्थाओं का अपमान कर रही है।
