
शिमला,भाजपा द्वारा सीटीओ से चौड़ा मैदान तक सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 वीं जयंती पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया इस दो किलोमीटर को दौड़ में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग किया।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन विशेष रूप में उपस्थित रहें।उनके साथ प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन,प्रदेश महामंत्री संजीव कटवाल,सचिव संजय ठाकुर,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंदेल,सुरेश भारद्वाज विशेष रूप में उपस्थित रहें।इस विशेष दौड़ को पार्टी के नेताओं ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संजय टंडन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को मान सम्मान दिया वहीं कांग्रेस ने लौह पुरुष वल्लभ भाई को देश का प्रधानमंत्री बनने से रोका।जब कांग्रेस ने वल्लभ भाई को देश का प्रधानमंत्री बनने से रोका वह लोकतंत्र की पहली हत्या थी,उस समय से आज तक कांग्रेस पार्टी ने हमेशा लोकतंत्र का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरदार पटेल के निधन के बाद सरदार पटेल को भुलाने में कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ी।उन्होंने कहा कि सरदार जैसे महान व्यक्तित्व को भी भारत रत्न मिलने में 41 साल की देरी हुई और वह देरी सिर्फ और सिर्फ विपक्ष के उनके प्रति एक उपेक्षा के भाव के कारण हुई।

उन्होंने कहा कि सरदार पटेल जैसे महान व्यक्तित्व के लिए पूरे दश में न कोई समाधि बनी और न कोई स्मारक बना।उन्होंने कहा कि जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने तब उन्होंने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की रचना की और सरदार पटेल की समृति में एक भव्य स्मारक बनाया।उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर,2013 को स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की आधारशिला रखी गई,182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा 57 महीनों में बनकर पूरी हुई।उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का जीवन किसानों को समर्पित था और इस प्रतिमा को बनाने में जो लोहा उपयोग किया गया है,वह देशभर के किसानों के औज़ारों से एकत्रित किया गया है।उन्होंने कहा कि किसानों के औज़ारों को एकत्रित कर उन्हे पिघलाकर लगभग 25 हज़ार टन लोहे से इस प्रतिमा को बनाया गया है,90 हज़ार घनमीटर कंक्रीट और 1700 टन से अधिक कांसे का उपयोग कर यह अविस्मरणीय स्टेच्यू बनाई गई, जो आज सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देने का प्रमुख स्थल बन चुका है।कार्यक्रम में कर्ण नंदा,कमलजीत सूद,प्रमोद ठाकुर,प्यार सिंह कंवर,रमा ठाकुर,किरण बावा,केशव चौहान,संजीव दृष्टा,कलपी शर्मा,राजीव पंडित,संजीव पिंकू,सुनील धर उपस्थित रहे।

