
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बुधवार को हल्की धूप खिलने से राहत और बचाव कार्य में तेज़ी आई है।प्रशासन ने युद्धस्तर पर सड़कों को खोलने के लिए मशीनरी तैनात कर दी है।हालांकि,इस प्राकृतिक आपदा ने जिले में भारी तबाही मचाई है।अब तक कई लोगों की मौत की पुष्टि हुई है,जबकि 34 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं,जिससे चिंता का माहौल बना हुआ है।मंडी जिले के गोहर उपमंडल की परवाड़ा पंचायत के तलवाड़ा गांव से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है।यहां बादल फटने के बाद हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के चार सदस्य मलबे में दब गए थे।इस दुखद घटना में परिवार की महिला,उनकी बेटी,बहू और एक छोटी बच्ची शामिल थीं।केवल नौ महीने की बच्ची जीवित बची है,जिसे सुरक्षित निकाल लिया गया है।बाकी तीनों की मौत हो गई है।मलबे से अब तक केवल बच्ची के पिता का शव ही बरामद हो पाया है,जबकि उनकी पत्नी और मां की तलाश अभी भी जारी है।प्रशासन और बचाव दल लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सहायता पहुंचा रहे हैं।यह प्राकृतिक आपदा मंडी जिले के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है,और उम्मीद है कि जल्द से जल्द सभी प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल हो सकेगी।
