
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की मंशा केंद्र द्वारा चलाई गई योजनाओं को लेकर ठीक नहीं है,इसीलिए केंद्र सरकार द्वारा बार-बार पत्र लिखकर आग्रह किए जाने के बाद भी केंद्र द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं के लिए सरकार अलग-अलग खाते नहीं खोल रही है।यही वजह है कि केंद्र की योजनाओं का क्रियान्वयन ढंग से नहीं हो पा रहा है।इससे पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर थुनाग में विकसित भारत संकल्प सभा में शामिल हुए।इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं को बिना किसी रोक-टोक चलाने के उद्देश्य से हर विभाग के लिए एसएनए स्पर्श से जोडऩे की योजना बनाई है।इसके लिए केंद्र सरकार हर योजना के लिए 50 करोड़ का आर्थिक सहयोग भी दे रही है।दिसंबर में लिखे गए पत्र के बाद भी 28 योजनाओं में से 16 के लिए न तो सरकार द्वारा अलग से खाता खोला गया और न ही उन्हें एसएनए-स्पर्श योजना से जोड़ा गया।प्रदेशवासियों के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार भरपूर सहयोग दे रही है,लेकिन प्रदेश सरकार एक भी कदम बढ़ाने को तैयार नहीं है।सरकार के इस रवैए की वजह से न सिर्फ प्रदेश में हजारों करोड़ों की योजनाएं प्रभावित हो रही हैं,बल्कि आधारभूत ढांचे का विकास और प्रदेशवासियों को मिलने वाले रोजगार पर भी संकट खड़ा हो रहा है।इसी के साथ स्पर्श योजना से जुडऩे पर प्रति योजना मिलने वाले 50 करोड़ रुपए का नुकसान भी हो रहा है।स्वयं को बड़ा अर्थशास्त्री मानने वाले मुख्यमंत्री बताएं कि बार-बार सदन में बजट के लिए संघीय ढांचे का उदाहरण देकर हक की बात करते हैं और केंद्र सरकार के निर्देशोंं की अवेहलना करके प्रदेश को कैसे आत्मनिर्भर बनाएंगे।जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ही केंद्र से आ रहे बजट में रोड़ा अटकाते हैं। केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं के बजट के निर्धारित मानक भी पूरा नहीं करते हैं।अपनी नाकामी की तरफ देखने के बजाय सरकार किसी न किसी बहाने से केंद्र को कोसना शुरू कर देते हैं।
