
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी धर्मपत्नी डॉ.गुरप्रीत कौर विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नयनादेवी मंदिर में नवरात्र के दौरान पूजा-अर्चना करने पहुंचे।इस दौरान उन्होंने प्राचीन हवन कुंड में आहुतियां भी डालीं।मंदिर न्यास की तरफ से उन्हें माता की चुनरी और फोटो भेंट करके सम्मानित किया गया।मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि चाहे कोई भी विवाद हो,लेकिन हिमाचल और पंजाब दोनों राज्य आपस में भाई-भाई की तरह रहे हैं और हमेशा हमारा सोहादपूर्ण व्यवहार रहा है।उन्होंने कहा कि वह हिमाचल प्रदेश में एक कलाकार के रूप में बिलासपुर,कुल्लू,मनाली,शिमला हर जगह अपनी प्रस्तुतियां देते रहे हैं और हिमाचल के साथ उनका बहुत अच्छा व्यवहार है।नशा विरोधी अभियान पर बोलते हुए भगवंत मान ने कहा कि कभी पंजाब के युवा सेना में अपनी पहचान बनाते थे,लेकिन समय के साथ नशे की गिरफ्त में आ गए थे।अब सरकार ने हालात पर काबू पाया है और नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।उन्होंने यह भी कहा कि श्री नयनादेवी और श्री आनंदपुर साहिब को जोड़ने वाले प्रस्तावित रज्जू मार्ग (रोपवे) पर जल्द ही दोनों राज्यों के अधिकारियों की बैठक बुलाई जाएगी,ताकि यह परियोजना मूर्त रूप ले सके।भगवंत मान ने कहा कि वह माता के दरबार में आज नवरात्र पूजन के लिए अपने धर्मपत्नी के साथ आए हैं।माता रानी से दुआ की है कि सर्वत्र का भला हो और माता रानी की कृपा से सब का कल्याण हो।
