
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की तरफ से विकास कार्य के लिए मिले 11000 करोड़ रुपए को राज्य सरकार ने वेतन एवं पैंशन पर खर्च किया है।इससे प्रदेश में विकास कार्यों पर पूरी तरह से विराम लग गया है।उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि दो वर्ष में 31 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने वाली सरकार ने न तो कर्मचारी और पैंशनर्ज की वित्तीय अदायगी की और न ही इस राशि को विकास कार्य पर खर्च किया।शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के प्रदेश दौरे से कांग्रेस नेता कांपने लगते हैं।ऐसा इसलिए क्योंकि नड्डा कांग्रेस के झूठ की पोल जनता के बीच खोल देते हैं।उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के समय से लेकर जब भी नड्डा प्रदेश आए तो प्रदेश को हजारों करोड़ रुपए की सौगात मिली।इसके विपरीत कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में टूरिस्ट बनकर आता है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यह भूल गए हैं कि नड्डा,जयराम और अनुराग ठाकुर हमेशा प्रदेश के हितों की लड़ाई लड़ते रहे हैं।पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कर्ण नंदा ने प्रदेश सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह एवं कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी पर माफिया को संरक्षण प्रदान करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में शराब माफिया,नशा माफिया,कबाड़ माफिया,भू-माफिया,खनन माफिया,वन माफिया और जल माफिया सक्रिय है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का भ्रष्टाचार रावण के 10 सिरों की तरह है,जिसके ऊपर बार-बार प्रहार करने पर भी कोई सुधार नजर नहीं आता।उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस सरकारों के वित्तीय कुप्रबंधन से प्रदेश के वित्तीय हालात बिगड़े।उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के एक मंत्री को प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
