
सोलन,भाजपा प्रदेश सचिव एवं पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष डीजे ठाकुर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा नगर परिषद परमाणु में जिस प्रकार से कार्यकारी अधिकारी की नियुक्तियां की जा रही है,उससे वर्तमान सरकार की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्न चिन्ह उठता है।उन्होंने कहा कि ईमानदार अफसर जो इस पद पर लगाए गए थे उनका तबादला कर कुल्लू एवं रामपुर भेज दिया गया और अब कार्यकारी अधिकारी यानी एग्जीक्यूटिव ऑफिसर का कार्यभार कसौली के एसडीएम को दिया गया है।जनता ने सरकार से गुहार लगाई की एसडीएम कसौली अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर पा रहे है,क्योंकि उनको कसौली का कार्यभार भी देखना है उसी के साथ-साथ नगर परिषद परमाणु का कार्यभार भी देखना है।इससे वह दोनों पदों का कार्य समय पर नहीं कर पा रहे थे,जिससे जनता को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा था।शायद कुछ समय के लिए सरकार को सद्बुद्धि आई और उन्होंने ऐसी प्रोटोकॉल को नगर निगम परिषद का कार्यभार दिया,पर हेरानी की बात यह है कि जब ऐसी प्रोटोकॉल ने अपना पदभार संभाला,उस के कुछ क्षणों में उनसे चार्ज वापस लेकर एसडीएम कसौली को ही चार्ज दे दिया गया।अब सवाल यह उठते हैं कि एसडीएम कसौली को बार-बार चार्ज देने के पीछे सरकार की मंशा क्या है?क्या सरकार को ईमानदार एवं निष्ठावान अधिकारी अच्छे नहीं लगते ?इससे सरकार को क्या लाभ हो रहा है ?क्या एसडीएम कसौली की नियुक्ति से व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने का प्रयास हो रहा है ?उन्होंने कहा कि सरकार को इन सभी प्रश्नों का जवाब जनहित में देना ही होगा क्योंकि इस प्रकार की नियुक्ति से जनता के कार्य प्रभावित होते हैं।सरकार को फैसला जनता को सुविधा देने के लिए लेने चाहिए ना की परेशानियां पैदा करने के लिए,सरकार ने हमेशा परमाणु के साथ पक्षपात किया है और इसका प्रमाण बार-बार सरकार जनता के समक्ष लेकर स्वयं आ रही है।
