
कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य कमेटी की बैठक शिमला में संपन्न हुई।बैठक की अध्यक्षता पूर्व विधायक राकेश सिंघा द्वारा की गई।इस बैठक में केन्द्रीय कमेटी के सदस्य ओंकार शाद ने पार्टी की केंद्रीय कमेटी द्वारा पारित 24वीं पार्टी कांग्रेस के लिए राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे का विवरण रखा तथा राज्य सचिव संजय चौहान द्वारा राज्य की राजनीतिक परिस्थिति तथा संगठन की रिपोर्ट पेश की गई।बैठक में बढ़ती महंगाई,बेरोजगारी,कृषि संकट,आर्थिक असमानता के लिए कॉरपोरेट सांप्रदायिक गठजोड़ के नेतृत्व में केंद्र में एनडीए की भाजपा सरकार द्वारा लागू की जा रही नीतियों को जिम्मेवार ठहराया।

बैठक में राज्य की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई।पार्टी का मानना है कि प्रदेश में इस आर्थिक संकट का मुख्य कारण प्रदेश सरकार की कम आय तथा बढ़ता खर्च है।जिससे प्रदेश सरकार पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है।ऐसी स्थिति में सरकार को सामान्य कार्यों के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है।पार्टी का मानना है कि जमीन प्रदेश के लघु व सीमांत किसानों तथा अन्य गरीब व दलित परिवारों की रोज़ी रोटी से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।प्रदेश में 10 लाख 57 हज़ार किसान परिवार है।इनके पास 17.14 प्रतिशत भूमि है इसमें से केवल 11.9 प्रतिशत ही कृषि योग्य भूमि है।प्रदेश में 68 प्रतिशत वन भूमि है जिस पर वन संरक्षण अधिनियम,1980 के अनुसार केंद्र सरकार का कब्जा है,87.41 प्रतिशत किसान गरीब व सीमांत है।
