
शिमला जिला के ठियोग में जल शक्ति विभाग पर वाटर सप्लाई के नाम पर हुई धांधली के आरोपों पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जांच के आदेश दिए हैं।उन्होंने विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को इस पूरे मामले की जांच करवाने को कहा है।उप मुख्यमंत्री ने बताया कि जलशक्ति विभाग के तीन और डिवीजन जांच के राडार पर हैं,क्योंकि इस तरह की अनियमिताओं की सूचनाएं आ रही हैं।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ठियोग में लगे आरोपों की तह तक जांच होगी।यदि कोई अनियमितता मिली तो किसी को नहीं बख्शा जाऐगा।गौरतलब है कि ठियोग मामले की जानकारी आरटीआई से सामने आई थी।इसके बाद सबसे पहले ठियोग से स्थानीय विधायक कुलदीप सिंह और फिर पूर्व विधायक राकेश सिन्हा ने मुख्य सचिव से मिलकर जांच की मांग की थी।यहां पानी की सप्लाई के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले के आरोप जलशक्ति विभाग पर लगे हैं।

ठियोग के पूर्व माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि ठियोग में एक करोड़ 13 लाख रुपए का पानी लोगों को पिलाने के दावे किए गए और इसमें पानी बाइक,ऑल्टो कार,होंडा सिटी कार और हॉर्टीकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो जैसी गाडिय़ों में ढोया गया है।सिंघा ने कहा कि जलशक्ति विभाग ने बाइक पर भी लोगों को पानी पिलाया है।बिल लेने के लिए जब ठेकेदार ने बिल प्रोड्यूस किए,तो बाइक,ऑल्टो कार,होंडा सिटी कार और हॉर्टिकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो जैसी गाडिय़ों के नंबर दिए गए हैं।उन्होंने कहा कि एक दिन में ही एक गाड़ी को 500 से 1000 किलोमीटर रनिंग दर्शाई गई है,जो कि पहाड़ों में संभव ही नहीं है।
