
उत्तराखण्ड और झारखण्ड राज्यों के हिमाचल मेें रहे नागरिकों के लिए राजभवन में ‘‘मिलन कार्यक्रम’’का आयोजन किया गया।यह कार्यक्रम इन राज्यों के गत दिनों आयोजित स्थापना दिवसों के उपलक्ष्य में आयोजित किए गए।राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल इस अवसर पर उपस्थित थे।

इस अवसर पर,राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार ने राज्यों के स्थापना दिवस को राजभवन में मनाने की परम्परा शुरू की है,जो ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’की संकल्पना को दोहराती है।इसका एक और उद्देश्य लोगों को जोड़ना है।उन्होंने कहा कि हमें अपने संस्कारों को नहीं भूलना चाहिए और न ही आने वाले विकास से मुंह मोड़ना चाहिए।

उन्होंने कहा कि दोनों को ही लेकर चलें तभी हम अपनी संस्कृति को संरक्षित रख सकेंगे।उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को भी देवभूमि कहा जाता है।लेकिन,वहां जो धार्मिक स्थान हैं उनकी पवित्रता बनाई रखी जानी चाहिए।वे पिक्निक स्पॉट न बनें जो हमारी संस्कृति के लिए ठीक नहीं है।

इस अवसर पर,पुलिस महानिदेक अतुल वर्मा,जो झारखण्ड से संबंधित हैं,ने अपने अनुभव साझा किए।अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के.पंत भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

उन्होंने भी उत्तराखण्ड की समृद्ध संस्कृति पर अपने विचार व्यक्त किए।बाद में,राज्यपाल ने सभी अतिथियों को हिमाचली टोपी,शाल भेंटकर सम्मानित किया।राज्यपाल के सचिव सी.पी.वर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
