
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने वेतन भत्ते छोड़ने की सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं,उन्होंने कहा कि घोषणा में वेतन-भत्ते छोड़ने नहीं बल्कि विलंबित करने का निर्णय लिया गया है।बेहतर होता कि मुख्यमंत्री सीपीएस,कैबिनेट रैंक और निगमों बोर्डों में खड़ी की गई फौज को हटाकर फिजूलखर्ची को कम करते।आरोप लगाया कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति को खराब करने में कांग्रेस सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।
