
रविवार को सेरी मंच पर लोगों ने होली पर्व पर डीजे की धुनों पर खूब धमाल मचाया।इस दौरान युवक-युवतियां व महिलाएं भी अपनी-अपनी टोलियों में एक-दूसरे को रंग लगाती हुईं नजर आईं।लोगों ने नाचते-गाते हुए माधोराय की पालकी को उठाकर शहर का चक्कर लगाया,जिसके बाद होली समाप्त हो गई।बताते हैं कि मंडी में शिवरात्रि के बाद होली ऐसा पर्व है जिसमें राजदेवता माधोराय की भागीदारी रहती है।रियासतकाल में तो माधोराय मंदिर के प्रांगण में राजा अपने दरबारियों और शहर के लोगों के साथ होली खेलता था जबकि प्रजा के साथ भी होली खेलने का अवसर नहीं छोड़ता था।इसके लिए राजा घोड़े पर सवार होकर प्रजा के बीच होली खेलने जाता था।सेरी मंच पर होली के कार्यक्रम के बाद नगर निगम के स्वच्छता साथियों द्वारा 2 घंटे के अंदर-अंदर फायर ब्रिगेड की सहायता से पूरे शहर की साफ-सफाई व धुलाई की गई।
