
प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में 100 करोड़ की लागत से बनने वाले भव्य भवन के प्लान तैयार हो गया है। भवन के लिए नक्शे बनाने बारे टैंंडर वीरवार को लगा दिया है।अब साऊथ के मंदिरों की तरह श्रद्धालुओं को एक छत के नीचे हर सुविधा उपलब्ध होगी।मंदिर विस्तारीकरण के कार्य के लिए पहले केंद्र सरकार द्वारा प्रसादम योजना का प्रारूप देते हुए 50 करोड़ की राशि चिंतपूर्णी मंदिर के लिए स्वीकृत की गई थी लेकिन मंदिर न्यास के जमीन अधिग्रहण में हुई लेटलतीफी व सरकार बदलते ही केंद्र सरकार ने इस योजना से मुंह फेर लिया।अब जब मंदिर द्वारा जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा किया जा चुका है तो मंदिर न्यास ने अपनी योजना पर कार्य करना शुरू कर दिया है,जिसे मंदिर डिवैल्पमैंट ऑफ माता श्री चिंतपूर्णी नाम दिया गया है।

मंदिर विस्तारीकरण योजना पर मंदिर न्यास ने वर्ष 2004 से कार्य करना शुरू कर दिया था लेकिन कभी जमीनी विवादों और कभी आधिकारिक इच्छाशक्ति न होने के चलते यह योजना आज तक सिरे नहीं चढ़ पाई।अब जब इच्छाशक्ति जगी तो जमीनी मामले भी सुलझे और कार्य करना भी शुरू किया। इस योजना को सिरे चढ़ाने में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का अहम रोल है जिनके पास भाषा एवं संस्कृति विभाग का मंत्रालय भी है।जैसे ही केंद्र ने प्रसादम योजना का पैसा रोका उसी दिन से उपमुख्यमंत्री ने इस दिशा में कार्य करने को लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे।उधर,इस संबंध में वित्त एवं लेखा अधिकारी कुलदीप शर्मा ने बताया की वीरवार को ही मंदिर ट्रस्ट ने 100 करोड़ की इस योजना पर डीपीआर पीएमसी टैंडर लगाने शुरू कर दिए हैं।डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह मेरा ड्रीम प्रोजैक्ट है कि वैष्णो देवी की तर्ज पर चिंतपूर्णी में भी अत्याधुनिक सुविधाएं श्रद्धालुओं को मिलें।केंद्र सरकार ने 50 करोड़ रुपए की प्रसादम योजना से जरूर हाथ खींचे हैं लेकिन माता के आशीर्वाद से हम 100 करोड़ से भव्य भवन का निर्माण करने जा रहे हैं।

