
इस बार बरसात में भारी तबाही हुई है।हिमाचल प्रदेश सहित उत्तराखंड में भी भारी नुकसान हुआ है।वहीं,उत्तराखण्ड के दूर दराज गांव जाखल में लगभग 15 दिन पहले भूस्खलन हुआ ओर अचानक घर में दरारें आने लगी और जमीन धंसने लगी।ग्रामीणों की मानें तो 15 से 20 मिनट के भीतर मकान इतने धंस गए कि अब वे रहने लायक नहीं बचे।गांव के लोग तुरंत वहां से भागे।गनीमत यह रही कि गांव में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।28 परिवार इस भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं।जोकि अब पास के प्राइमरी स्कूल में रह रहे है।स्थानीय विधायक मुन्ना चौहान तुरंत मौके पर पहुंचे।वहीं, जिला सिरमौर के पांवटा के गांव किल्लोड के रहने वाले विकेश तोमर ग्रामीणों की मदद के लिए गांव पहुंचे और वहां जाकर उनका हाल जाना।बता दें कि विकेश तोमर गांव कलाथा,आँजभोज,तहसील पाँवटा साहिब के रहने वाले हैं।समाजसेवी के साथ साथ वे व्यवसाई भी हैं।वे पूर्व में भाजपा ज़िला सयोंजक आईटी विभाग सिरमौर,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आईटी विभाग और सोलन के प्रभारी आईटी विभाग में रहे हैं।वे गांव जाखल के ग्रामीणों से मिलने पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की एक लाख रूपए की आर्थिक मदद की। ओर आश्वासन दिया कि किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो तो वे उनके साथ खड़े हैं।उन्होंने कहा कि आपदा से पैदा हुई ऐसी परिस्थिति का सामना केवल एक दूसरे की मदद करके ही किया जा सकता है।
