
Mandi ज़िला के राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करसोग में चल रहे एनसीसी कैम्प के चौथे दिन शुक्रवार को एनसीसी कैडेट्स को 7 एच पी एनसीसी शिमला के कमान अधिकारी कर्नल डी.आर गार्गी की अध्यक्षता में फायरिग का प्रशिक्षण दिया गया और फायरिग भी करवाई गई।7 एचपी एनसीसी शिमला की ओर से यह संयुक्त वार्षिक एनसीसी प्रशिक्षण कैम्प दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है जिसकी समापन चौबीस जुलाई को होगा।पहले चरण के चौथे दिन एक सौ बारह एनसीसी कैडेटस को फायरिंग के पांच-पांच राउंड दिए गए,फायरिंग में सबसे कम सेंटीमीटर का ग्रुप एस डव्लू अखिल ( ठियोग कॉलेज) का रहा।इसके साथ साथ फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों द्वारा कैडेट्स को आपदा प्रबंधन का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।कैडेट्स ने एक गोली एक दुश्मन के सिद्धांत को सीखा।कैडेट्स ने सबसे पहले 22 राइफल के बारे में जानकारियां हासिल कीं।

कैडेट्स को जानकारी देने के लिए 7 एचपी एनसीसी शिमला के आर्मी से ट्रेनिंग जेसीओ व सूबेदार राजेन्द्र सिंह व ट्रेनिंग हवलदार और सहायक एनसीसी अधिकारी मुख्य रूप से मौजूद रहे।इसके बाद फायरिंग रेंज पर कैडेटों ने उत्साह व अनुशासन के साथ विशेष ध्यान दिया।वहीं एक गोली एक दुश्मन सिद्धांत पर फायर किए।अभी शेष दिनों में कैडेटस को फायरिंग,ड्रील,सांस्कृतिक प्रतियोगिता,खेलकूद प्रतियोगिताओ का अयोजन किया जाएगा।कर्नल डी.आर.गार्गी ने कहा कि फायरिंग में अव्वल रहने वाले एनसीसी कैडेट्स को राष्ट्रीय स्तर पर फायरिंग प्रतियोगिता व गन से सटीक निशाना साधने का अवसर मिलेगा और जो एनसीसी कैडेट्स आल-ओवर एनसीसी प्रशिक्षण में अव्वल रहेंगें उनका राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर कर्तव्य पथ गणतंत्र दिवस परेड दिल्ली के लिए चयन किया जाएगा।कर्नल गार्गी ने कहा कि यह वार्षिक एनसीसी प्रशिक्षण कैम्प एनसीसी के ए,बी और सी सर्टिफिकेट परीक्षा का अनिवार्य हिस्सा है प्रशिक्षण के बाद ही कैडेट्स एनसीसी सर्टिफिकेट परीक्षा में बैठने के लिए योग्य हो जाते हैं।गार्गी ने एनसीसी सर्टिफिकेट की अहमियत भी कैडेट्स को बतलाई कि एनसीसी सर्टिफिकेट धारक को रक्षा क्षेत्र के साथ अन्य सिविल में भी करियर बनाने के लिए विकल्प रहते हैं।
