Shimla में दो टैक्सी यूनियन के बीच हुई लड़ाई का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।क्षेत्रवाद की राजनीति और बीते 16 जून को ऑकलैंड में हुई हिंसा में गिरफ्तारियां न होने से नाराज शिमला जिले के टैक्सी चालकों और ऑप्रेटरों ने डीसी ऑफिस का घेराव किया और पुलिस व जिला प्रशासन से मांग की कि ऑकलैंड में मारपीट करने वाले टैक्सी चालकों को गिरफ्तार किया जाए।वहीं अन्य मांगों को पूरा करने को लेकर मांग पत्र सौंपा।जिला शिमला की टैक्सी यूनियनों ने करीब सवा 10 बजे एजी चौक से लेकर डीसी ऑफिस तक रैली निकाली,जिसमें करीब अढ़ाई हजार टैक्सी चालक शामिल रहे।टैक्सी चालकों ने डीसी ऑफिस व एसपी कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और सिरमौर की टैक्सी यूनियन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

आंदोलन करीब 2 बजे तक जारी रहा।दो बजे एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी और डीसी शिमला आदित्य नेगी टैक्सी चालकों के बीच आए और टैक्सी चालकों की मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया।इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ। इस दौरान डीसी ऑफिस से लोअर बाजार जाने वाले हजारों राहगीरों को परेशानी हुई।धरना-प्रदर्शन के दौरान जिला शिमला के टैक्सी चालकों व ऑप्रेटरों ने डीसी शिमला को एक ज्ञापन भी सौंपा,जिसमेें ऑकलैंड टनल में हुई लड़ाई में हमलावरों को गिरफ्तार करने,स्थानीय मंत्री पर सोशल मीडिया में अभद्र टिप्पणी करने वालों पर कार्रवाई करने और सड़कों पर किसी भी गाड़ी को रोकर गाइड करने की अनुमति न देने की मांग की।इसके अतिरिक्त टैक्सी चालकों ने फर्जी गाइडों की जो गाड़ियां नाहन में पंजीकृत हैं,उन सभी गाड़ियों को शिमला में काम करने पर रोक लगाने की मांग की।धरना-प्रदर्शन के दौरान ही डीसी शिमला आदित्य नेगी व एसपी संजीव गांधी टैक्सी ऑप्रेटर्ज के बीच पहुंचे।इस दौरान उन्होंने टैक्सी चालकों को आश्वासन दिया कि जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार किया जाएगा।इसके अतिरिक्त यह भी आश्वासन दिया कि शोघी से लेकर कुफरी तक कोई भी व्यक्ति टूरिस्ट गाड़ी को नहीं रोकेगा और सड़कों पर गाइड का काम कोई भी नहीं करेगा।इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया पर स्थानीय मंत्री के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।वहीं यह भी कहा कि टैक्सी ऑप्रेटर्ज के साथ बैठक कर मामलों को सुलझाया जाएगा।

शहर में नहीं चली टैक्सियां, दोपहर बाद स्कूली बच्चों को हुई परेशानी।
शिमला शहर सहित जिला शिमला में टैक्सियां नहीं चलीं। ऐसे में पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं जिन पर्यटकों ने कुफरी, नालदेहरा व चायल घूमने जाना था, वे भी पर्यटन स्थलों तक नहीं पहुंच पाए। इसके अतिरिक्त शिमला शहर के निजी स्कूलों के बच्चों को भी दोपहर बाद परेशानी हुई। शहर के निजी स्कूल की टैक्सियां नहीं चलीं, ऐसे में अभिभावकों को स्वयं स्कूल पहुंच कर बच्चों को वापस घर ले जाना पड़ा। हालांकि टैक्सी चालकों ने अभिभावकों को सुबह ही सूचित किया था कि उनकी आज हड़ताल है और छुट्टी के बाद टैक्सी नहीं चलेगी। वहीं स्कूलों ने भी सुबह ही मैसेज कर दिए थे कि छुट्टी होने पर अपने बच्चों को स्वयं घर ले जाएं।

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