Shimla:एनसीपीसीआर (नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट) की सदस्या प्रीति भाराद्वाज दलाल ने होटल पीटर हॉफ में आयोजित विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना बेसहारा बच्चों के अधिकारों को सुरक्षित करेगी। उन्होंने कहा कि यदि इस योजना को बेहतर तरीके से लागू किया गया तो अन्य राज्यों के लिए भी यह आदर्श योजना साबित होगी।उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की इस दूरदर्शी योजना का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि प्रदेश सरकार इस योजना के तहत बेसहारा बच्चों की बेहतरी के लिए प्रयास करेगी।

समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग,एससीपीसीआर के सदस्यों,जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सदस्यों,पुलिस,श्रम,शिक्षा,स्वास्थ्य सहित अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ बाल सुधार गृह,बालिका आश्रमों और शिशु देखभाल गृह से संबंधित विभिन्न मामलों पर विचार विमर्श किया।उन्होंने कहा कि शिमला और इसके आसपास के उक्त बाल-बालिकाओं से संबंधित 8 विभिन्न संस्थानों का दौरा किया। इस दौरान जो कमियां मौके पर पाई,उन्हें दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा।

उन्होंने बैठक के दौरान भी विभिन्न अधिकारियों को कमियां दूर करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि बाल-बालिकाओं के अधिकारों के लिए बने विभिन्न कानूनों को सख्ती से लागू किया जाए ताकि किसी भी बच्चे का शोषण न हो।बैठक में आयोग के सलाहकार संदीप चौधरी,उप निदेशक महिला एवं बाल विकास ईरा तंवर,एससीपीसीआर के सदस्य,जेजेबी के सदस्य,सीडब्ल्यूसी के सदस्य,जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
