केंद्र की मोदी सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है।कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में ये बात कही।उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत राहुल गांधी को निशाना बनाया, क्योंकि उन्होंने सदन में अडानी महाघोटाले पर केंद्र की मोदी सरकार से सवाल पूछे थे।प्रतिभा सिंह ने कहा कि सदन के भीतर राहुल गांधी व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का अडानी पर दिए गए भाषण के अंश तक डीलिट कर दिए गए।उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश में लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देगी।सत्तापक्ष द्वारा सदन न चलने देना भाजपा की सोची-समझी रणनीति का एक हिस्सा रही,जिससे सदन में राहुल गांधी के सवालों से बचा जाता।विदेश में दिए गए उनके एक बयान पर जब राहुल गांधी सदन में अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाह रहे थे,उनके लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह के बाद भी उन्हें बोलने का कोई मौका तक नहीं दिया गया और उन्हें अब सदन की सदस्यता से बाहर कर दिया गया है। कांग्रेस राहुल गांधी के साथ हुए अन्याय के खिलाफ जनता की अदालत में खड़ी है और जनता को भाजपा की असलियत दिखाने की कोशिश कर रही है और यह क्रम पूरे देश में चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिला से लेकर ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस प्रदर्शन करेगी और जनता को भाजपा की असलियत से अवगत करवाएगी।
“देश के इतिहास में पहली बार हुआ”
प्रतिभा सिंह ने कहा कि अडानी के घोटाले पर संसद में राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद उनके खिलाफ मानहानि का मामला फिर से शुरू हो जाता है। बीते 27 फरवरी को मामले की सुनवाई शुरू होती है और 23 मार्च को ट्रायल कोर्ट से सजा सुनाई जाती है।इसके बाद बीते 24 मार्च को 24 घंटे के भीतर सदस्यता रद्द कर दी जाती है, साथ ही सरकारी आवास 1 माह के अंदर खाली करने के फरमान जारी होते हैं। देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है, जब किसी सांसद को मानहानि के मामले में अधिकतम सजा सुनाई गई हो।
