राजधानी शिमला के लिए नगर निगम के विभिन्न वार्डो से चलने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम की टैक्सियों में किए गए दोगुना किराया वृद्धि पर वरिष्ठ नागरिकों में भारी रोष है।
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गौरतलब है कि वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों,महिलाओं और अस्वस्थ लोगों को शिमला के माल रोड तक आने जाने की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने हिमाचल पथ परिवहन निगम की टैक्सियों का नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों से संचालन कर रखा है,इन टैक्सियों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए 33 प्रतिशत किराए की रियायत का प्रावधान है।
उधर हिमाचल पथ परिवहन निगम ने पहली अक्तूबर से इन टैक्सियों में वरिष्ठ नागरिकों के किराए में 100 प्रतिशत और अन्य यात्रियों के किराए में 60 प्रतिशत की वृद्धि कर सबको चौका दिया है,

शिमला के उपनगर टूटू के निवासी वरिष्ठ नागरिक उत्तम सिंह कश्यप ने बताया कि शिवनगर से मालरोड तारघर का वरिष्ठ नागरिकों का किराया 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए और अन्य यात्रियों का किराया 30 रुपए से बढ़ा कर 50 रुपए कर दिया गया है,जो तर्कसंगत नहीं है।जबकि दूसरी ओर सरकार महिलाओं,विकलांगों और वरिष्ठ नागरिकों को निगम की बसों में यात्रा करने पर कई रियायतें प्रदान करती है।

उन्होंने कहा कि डीजल के बढ़ते दाम के अनुरूप किराए में 20-25 प्रतिशत तक की वृद्धि को तो माना जा सकता है लेकिन निगम द्वारा 100 प्रतिशत वृद्धि करना न्यायोचित नहीं है। उत्तम कश्यप ने सरकार और परिवहन निगम से बड़े हुए किराए पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।
