शिमला। तिबतियन जोंगसर कनिष्का चौंतड़ा, जोगिंदरनगर के 162 बच्चों ने विधानसभा सचिवालय पहुँचकर विधानसभा परिसर का भ्रमण किया तथा सदन का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर स्कूल प्रबन्धन के 18 सदस्य भी शामिल थे। स्कूल की प्रधानाचार्य ने विधानसभा अध्यक्ष के साथ मुलाकात के दौरान कहा कि यह स्कूल जोंगसर धार्मिक मन्दिर के अधीन है तथा यहां पर बौध धर्म से सम्बन्धित एवं आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में प्राथमिक से लेकर 12वीं तक की शिक्षा प्रदान की जाती है तथा यहां पर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
मुलाकात के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने बच्चों के साथ संवाद किया तथा विधानसभा की कार्य प्रणाली, क्रिया क्लापों तथा माननीय सदस्यों की क्या-क्या जिम्मेदारियां हैं, के बारे भी अवगत करवाया।

पठानिया ने कहा कि हम सभी लोकतान्त्रिक प्रणाली में विश्वास रखते हैं तथा यहां प्रतिनिधियों की सरकार है। देश के कौने-कौने से सांसद के रूप में लोगों द्वारा जनप्रतिनिधि चुने जाते हैं, जिससे संसद का गठन होता है। संसद ही सर्वोच्च है जिसके पास कानून बनाने का तथा संवैधानिक संशोधनो का अधिकार है। पठानिया ने कहा पिछडी जातियों के लिए सीटों में आरक्षण का भी संविधान में प्रावधान है ताकि हर वर्ग का प्रतिनिधि चुनकर संसद में पहुंचे। देश के सर्वांगीण विकास का आधार संसद है जहां से निति निर्माण होता है क्योंकि संसद में जिस दल का बहुमत होता है। उसी दल का नेता देश का प्रधानमंत्री बनता है तथा सरकार की महत्वपूर्ण नीतियों और निर्णयों को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए कैबिनेट का गठन किया जाता है।
पठानिया ने कहा कि सारी शक्तियां संसद के पास है। संसद ही महाभियोग के जरिये राष्ट्रपति तथा उच्चतम न्यायलय के मुख्य न्यायाधीश को हटा सकती है और यदि बहुमत न हो तो देश के प्रधानमंत्री को भी हटा सकती है। इस अवसर पर पठानिया ने सभी छात्र-छात्राओ को अपना स्नेहरूपी आशीर्वाद दिया तथा सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की।
