पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार ने राजनीतिक दुर्भावना के चलते जनमंच कार्यक्रम को बंद कर दिया था।इसे वह अब फिर से शुरू कर रही है।नाम बदलकर काम शुरू करना था,तो सत्ता में आते ही नाम बदल देते और जनमंच को चलने देते।हिमाचल जैसे कठिन भौगोलिक परिस्थिति वाले प्रदेश में जनमंच अपने आप में एक अनूठा कार्यक्रम था।इसके तहत सरकार पूरे प्रशासनिक अमले के साथ लोगों के घर-द्वार तक पहुंचती थी और उनकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान करती थी। छोटे-बड़े मामले जिसके लिए आम आदमी को कई घंटों और सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था,उनका काम घर बैठे ही बिना किसी खर्च के आराम से हो जाता था।सरकार का यही काम है कि आम आदमी के हितों को ध्यान में रखते हुए उनकी सुविधाओं को आसानी से उन तक पहुंचाए।लेकिन वर्तमान सरकार में ऐसा कोई मेकनिजम ही नहीं है जिससे लोग अपनी बात प्रभावशाली तरीके से सरकार तक पहुंचा सके।मुख्यमंत्री को जनमंच को राजनीतिक द्वेष के चलते बंद करने के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।

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