नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा की वजह से प्रदेश में लगभग 500 लोगों की जान गई है और हजारों लोग बेघर हुए हैं।हर पीडि़त तक सरकार अभी राहत नहीं पहुंचा पाई है।इसके बाद भी सरकार अपने तीन साल के पूरे होने का जश्न मनाने जा रही है।इसी के साथ कांग्रेस के नेताओं द्वारा कहा जा रहा है कि इस जश्न में दिल्ली से भी बड़े नेता आ सकते हैं।यदि कांग्रेस के नेताओं में संवेदनशीलता है,तो इस कार्यक्रम को रद्द करके आपदा प्रभावितों को सही मायने में राहत पहुंचाने का काम करना चाहिए।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल की आपदा में हर बार केंद्र का सहयोग रहा है। 2023 से अब तक आपदा राहत के नाम पर 5500 करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि दी गई है।इसके अलावा एनडीआरएफ और एनडीएमएफ के तहत लगभग 225 करोड़ केंद्र द्वारा इस वर्ष हिमाचल को एडवांस में दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को 1500 करोड़ रुपए देने की बात कही है,तो उस घोषणा की एक-एक पाई हिमाचल प्रदेश को मिलेगी।इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री हर बार ही सत्र के लंबा होने की बात करते हैं लेकिन अहम सवाल है कि वह सत्र के दौरान कितने गंभीर दिखते हैं?सत्र में विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों का न मुख्यमंत्री गंभीरता से जवाब देते हैं और न ही उनका संज्ञान लेते हैं।वहीं,जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार आपदा के नाम पर पंचायत चुनाव टालने की हर कोशिश कर चुकी है।अभी भी सरकार का रवैया इस बात की तरफ इशारा कर रहा है कि वह पंचायत चुनाव के पक्ष में नहीं है।

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